विवाद के बीच आमजन के कामकाज अटके
नवलगढ़। उपखंड अधिकारी (एसडीएम) सुनील झिंगोनिया और वकीलों के बीच विवाद लगातार गहराता जा रहा है। पिछले 11 दिनों से वकील, डीडराइटर, स्टाम्प वेंडर और टाइपिस्ट एसडीएम के खिलाफ धरने पर बैठे हैं और लगातार विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। वकीलों का आरोप है कि कुछ लोग जातिवाद का माहौल बनाने की कोशिश कर रहा है, जिसे किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
इसी बीच, सोमवार को बहुजन समाज के लोग एसडीएम के समर्थन में सड़क पर उतरे। अंबेडकर पार्क से एक रैली निकाली गई, जो शहर के मुख्य मार्गों से होते हुए एसडीएम कार्यालय पहुंची। रैली के दौरान पुलिस प्रशासन ने किसी भी स्थिति से निपटने के लिए भारी पुलिस बल तैनात किया। एसडीम कार्यालय के बाहर बहुजन समाज के लोगों ने वकीलों के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और एसडीएम के समर्थन में ज्ञापन सौंपा।
बहुजन समाज की ओर से रैली में भोलाराम जागृत, शिवदयाल जागृत, सुनील खटीक, राकेश दायमा, नरेंद्र दायमा, महावीर प्रसाद नागौरा, प्रवीण वाल्मीकि, ओमप्रकाश यादव, राजेंद्र राठी, राजेंद्र रोलन, रिछपाल, रिंकू, जयप्रकाश सैनी, बाबूलाल सेवदा, राजेंद्र चैलासी, महावीर चैलासी, गोविंद बोयल, रोहित, इंद्राज, नरसिंह वाल्मीकि, विजेंद्र, रामावतार, ओमप्रकाश, जोरावर सिंह, रामेश्वर, चौथमल, हरिराम सहित बड़ी संख्या में लोग मौजूद रहे।
उधर, धरने पर बैठे वकीलों में अध्यक्ष संपत सिंह शेखावत, राजेंद्र प्रसाद आर्य, अमर सिंह शेखावत, श्रीकांत मुरारका, सुनील जाखड़, सुरेश सैनी, तरुण मिंतर सहित बड़ी संख्या में अधिवक्ता शामिल रहे।
धरने के चलते लाखों रुपये का कारोबार प्रभावित हुआ है, और आमजन अपने कार्यों के लिए दफ्तरों व कोर्ट के चक्कर काटने को मजबूर हैं।
एसडीएम और वकीलों के बीच यह विवाद अब आर-पार की लड़ाई का रूप ले चुका है। एक ओर वकील आंदोलन को और उग्र करने की चेतावनी दे रहे हैं, तो दूसरी ओर बहुजन समाज खुलकर एसडीएम के समर्थन में आ गया है।